‘स्वस्थ भारत यात्रा’ से कितना स्वस्थ होगा भारत
भारत के खाद्य नियामक एफएसएसएआई के नेतृत्व में चलाई गई अखिल भारतीय 'स्वच्छ भारत यात्रा' अभियान का मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के कनॉट प्लेस में समापन हो गया। यह यात्रा लोगों को सुरक्षित भोजन खाने और स्वस्थ रहने के बारे में जागरूक करने के लिए निकाली गई थी।
यह अभियान पिछले साल 16 अक्टूबर को शुरू किया गया था जिसमें तमिलनाडु को अपनी सक्रिय भागीदारी के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार मिला। स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने विजेताओं को यह पुरस्कार दिए।
एक कार्यक्रम से इत्तर, मंत्री ने लोगों को अपने आहार में चीनी, नमक और खाना पकाने के तेल का सेवन कम करने की सलाह दी। उन्होंने 'ईट राइट इंडिया' आंदोलन के तहत इस बड़े अभियान के आयोजन के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की सराहना की।
एफएसएसएआई के सीईओ पवन कुमार अग्रवाल ने कहा कि साइक्लोथॉन सुरक्षित और पौष्टिक भोजन के बारे में जागरूकता पैदा करने की दिशा में पहला कदम है और केंद्रीय नियामक के साथ-साथ राज्य खाद्य प्रवर्तन एजेंसियां इस आंदोलन को कायम रखेंगी।
उन्होंने कहा, "अभियान ने राज्यों के स्तर पर खाद्य सुरक्षा विभागों को फिर से सक्रिय किया है।" उन्होंने कहा कि यह आंदोलन नागरिकों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करने के उद्देश्य को पूरा करने की दिशा में लंबा सफर तय करेगा।
इस 105-दिवसीय साइक्लोथॉन की छह अलग-अलग स्थानों से शुरूआत हुई थी। ये स्थान - लेह, पणजी, तिरुवनंतपुरम, पुडुचेरी, कोलकोता और अगरतला हैं। यह अलग-अलग ट्रैक पर शुरु हुआ जिसमें 10,000 से अधिक स्वयंसेवक साइकिल चालकों ने 36 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 20,000 किमी से अधिक दूरी तय की।
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